गà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤• जागरूकता समय की आवशà¥à¤¯à¤•ता
-दिनकर सबनीश देश की अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में गà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤• का महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ होता है, वह राजा होता है। गà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤• तय करता है कि उसे कà¥à¤¯à¤¾ खरीदना है ?कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसे चयन का अधिकार पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ है। परंतॠअब बाजार घरों में घà¥à¤¸ गया है, अब बाजार तय कर रहा है कि समाज का वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ कà¥à¤¯à¤¾ खरीदेगा ?    समाज का पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ गà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤• की
Read more